
प्रयागराज महाकुंभ: सेक्टर 19 में भयानक आग, 40 टेंट जलकर हुए राख
रविवार को प्रयागराज महाकुंभ के सेक्टर 19 में भीषण आग लग गई। यह आग गैस सिलेंडर के रिसाव से भड़की, जिससे लगभग 40 टेंट जलकर खाक हो गए। गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
गैस सिलेंडर से हुआ विस्फोट
अखाड़ा पुलिस स्टेशन के प्रभारी भास्कर मिश्रा ने बताया, “महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में दो सिलेंडरों के फटने से टेंटों में आग लग गई। दमकलकर्मियों को आग बुझाने के काम में लगाया गया है।” मौके पर नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की टीम भी मौजूद है।
दमकल विभाग ने मौके पर काबू पाया
घटना की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। घटनास्थल से घने धुएं के गुबार उठते देखे गए। चीफ फायर ऑफिसर (CFO) आरके पांडे ने बताया कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है और किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति का जायजा लिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सेक्टर 19 में भेजा। जिलाधिकारी (DM) रविंद्र कुमार मंदर ने बताया, “घटना शाम 4:30 बजे गीता प्रेस टेंट से शुरू हुई और आसपास के 10 अन्य टेंटों में फैल गई। पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर तुरंत काबू पा लिया। किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।”
आधुनिक उपकरणों से लैस महाकुंभ क्षेत्र
महाकुंभ क्षेत्र को अग्नि सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह तैयार किया गया है। 350 से अधिक दमकल गाड़ियां, 50 फायर ब्रिगेड स्टेशन, और 20 फायर पोस्ट तैनात किए गए हैं। 2000 से अधिक प्रशिक्षित कर्मियों को फायरफाइटिंग के लिए तैनात किया गया है। 35 मीटर ऊंचाई तक आग बुझाने में सक्षम 4 आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (AWT) भी लगाए गए हैं।
अखाड़ा क्षेत्र और अन्य टेंटों में भी अग्नि सुरक्षा उपकरण लगाए गए हैं। मेला प्रशासन इस घटना के कारणों की जांच कर रहा है।
7.72 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं पवित्र स्नान
13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 7.72 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम त्रिवेणी में स्नान कर चुके हैं। यह मेला 26 फरवरी तक चलेगा।
महाकुंभ 2025 में सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर किए गए प्रयास इस घटना के बावजूद सुचारू रूप से जारी हैं। मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।