
प्रयागराज महाकुंभ 2025: मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं का संगम, यूपी सरकार की जबरदस्त तैयारियां
प्रयागराज में 29 जनवरी को होने वाले महाकुंभ के मौनी अमावस्या स्नान के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। अनुमान है कि करीब 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु इस पवित्र अवसर पर संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंचेगे, जिससे यह ऐतिहासिक स्नान वर्ल्ड रिकॉर्ड बना सकता है। इस दौरान संगम नगरी प्रयागराज में श्रद्धालुओं का अपार हुजूम देखने को मिलेगा, जिससे देश और दुनिया की निगाहें इस महाकुंभ पर होंगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ताबड़तोड़ निगरानी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस विशाल आयोजन की पल-पल की अपडेट ले रहे हैं। उनके नेतृत्व में प्रशासन ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। प्रयागराज और आसपास के जिलों के डीएम और पुलिस कप्तान पूरी तैनाती के साथ तैयारी में जुटे हैं, ताकि 10 करोड़ श्रद्धालुओं की भीड़ को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संभाला जा सके।
मौनी अमावस्या के लिए एडवाइजरी जारी
मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए एक खास एडवाइजरी जारी की है ताकि वे सही तरीके से स्नान करें और दुर्घटनाओं से बच सकें। श्रद्धालुओं को अफवाहों से बचने की चेतावनी दी गई है, साथ ही मेला पुलिस, यातायात पुलिस और डॉक्टरों की टीम 24 घंटे श्रद्धालुओं की मदद के लिए तैनात रहेगी।

मौनी अमावस्या पर क्या करें, क्या न करें
- संगम घाटों पर जाते समय अपनी निर्धारित लेन में बने रहें।
- स्नान के बाद सीधा पार्किंग स्थल की ओर जाएं और कोई भी भीड़भाड़ वाले स्थान पर न रुकें।
- स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर नजदीकी अस्पताल में जांच करवाएं।
- स्नान करते समय बैरिकेडिंग और पांटून पुलों पर धैर्य बनाए रखें।
- अफवाहों से बचें और सोशल मीडिया पर फैलाए गए भ्रम को नजरअंदाज करें।
यात्रियों के लिए परिवहन और व्यवस्था
मौनी अमावस्या पर 1 करोड़ से ज्यादा यात्रियों के लिए विशेष ट्रेन सेवाओं की व्यवस्था की गई है। 400 विशेष ट्रेनों सहित कुल 1,060 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा, जिससे 15 लाख यात्री यात्रा कर सकेंगे। इसके अलावा, स्टेशन पर सफाई व्यवस्था के लिए 3,000 सफाईकर्मी तैनात किए जाएंगे।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा को और मजबूत किया गया है। एआई आधारित सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन निगरानी के माध्यम से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।