
दिल्ली विधानसभा चुनाव: जेडीयू और LJP (रामविलास) भी मैदान में उतर सकते हैं, पूर्वांचल-बिहारी वोटों पर मचा है बवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में जुट गई हैं। अब तक भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) मुख्य रूप से चुनावी मैदान में नजर आ रही थीं, लेकिन अब बीजेपी की सहयोगी दल भी अपनी ताकत आजमाने के लिए तैयार हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, बिहार की प्रमुख पार्टियां – जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP), चुनावी दंगल में उतर सकती हैं। खासतौर पर दिल्ली में पूर्वांचल और बिहारी वोटरों को लेकर गर्मा-गर्मी बढ़ गई है।
क्या है जेडीयू और LJP का चुनावी प्लान?
जानकारी के अनुसार, जेडीयू दिल्ली की दो सीटों – बुराड़ी और संगम विहार से चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है। वहीं, LJP (रामविलास) एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। हालांकि, इन फैसलों को लेकर अंतिम मंजूरी अभी बाकी है, लेकिन जल्द ही बीजेपी और जेडीयू के नेताओं के बीच बैठक होने की संभावना जताई जा रही है।
बुराड़ी सीट पर जेडीयू का संभावित उम्मीदवार
बुराड़ी सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के संजीव झा ने जीत दर्ज की थी। संजीव झा को 1,39,598 वोट मिले थे, जबकि जेडीयू के शैलेंद्र कुमार को 51,440 और एसएचएस के धर्मवीर को 18,044 वोट मिले थे। सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू इस बार इस सीट पर फिर से दावेदारी कर सकती है।
पूर्वांचल और बिहारियों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप
दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी, आम आदमी पार्टी, ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह पूर्वांचलियों और बिहारियों का अपमान करती है। इस आरोप के जवाब में भाजपा ने आक्रामक हमला बोला है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने AAP पर पलटवार करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने कोरोना महामारी के दौरान बिहारियों को दिल्ली छोड़ने की सलाह दी थी। सम्राट चौधरी ने केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि, ‘‘AAP को बिहारियों के प्रति अपनी नफरत और पूर्वांचलियों के खिलाफ मानसिकता को बदलना चाहिए।’’
सम्राट चौधरी ने दिल्ली के बिहारियों से अपील की कि वे केजरीवाल के झांसे में न आएं और भाजपा के समर्थन में मतदान करें।
कुल मिलाकर, दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब न केवल भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला होगा, बल्कि बिहार और पूर्वांचल से जुड़े हुए वोटरों के लिए जेडीयू और LJP भी अपनी दावेदारी पेश कर सकती हैं, जिससे इस बार चुनावी मैदान और भी दिलचस्प होने की संभावना है।