
विजय देवरकोंडा की ‘किंगडम’ टीज़र रिव्यू: नया सवेरा या पुरानी राह?
‘किंगडम’ का टीज़र, गौतम तिन्ननुरी के निर्देशन में, एक भव्य पीरियड एक्शन ड्रामा की झलक देता है, जो युद्ध, पुनर्जन्म और नेतृत्व की गहराई में जाता है। इसके भव्य दृश्य और भावनात्मक थीम प्रभावित करते हैं, लेकिन क्या यह फिल्म वाकई कुछ नया लेकर आई है या फिर वही पुरानी राह पर चल रही है? आइए जानते हैं इस रिव्यू में।
युद्ध, रक्त और पुनर्जन्म की गाथा
टीज़र की शुरुआत एक भयावह दृश्य से होती है – ईस्ट इंडिया कंपनी के जहाज की पृष्ठभूमि में जलती हुई लपटें, खून से सना युद्धक्षेत्र और विनाश का मंजर। यह दृश्य एक ऐसी दुनिया का संकेत देता है जहां जीने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और सत्ता बलिदान से हासिल होती है।
जैसे-जैसे टीज़र आगे बढ़ता है, विजय देवरकोंडा एक दमदार और रफ लुक में नज़र आते हैं। उन्हें एक पुनर्जन्मित योद्धा के रूप में दिखाया गया है, जो अपने लोगों की किस्मत बदलने के लिए तैयार है।
विजुअल ट्रीट और ऐक्शन का जबरदस्त संयोजन
फिल्म के विजुअल्स बेहद प्रभावशाली हैं। युद्ध के दृश्य, प्राचीन काल की वास्तुकला और इमोशनल बैकग्राउंड स्कोर दर्शकों को फिल्म की दुनिया में खींच लेता है। देवरकोंडा का ट्रांसफॉर्मेशन और उनकी दमदार उपस्थिति टीज़र को और भी दिलचस्प बनाती है।
किंगडम: क्या यह वाकई नया है?
हालांकि ‘किंगडम’ में भव्यता, एक्शन और पुनर्जन्म जैसे एलीमेंट्स हैं, लेकिन यही तत्व हाल ही में कई अन्य पैन-इंडिया फिल्मों में भी देखे गए हैं। ‘बाहुबली’, ‘केजीएफ’ और ‘आरआरआर’ जैसी फिल्मों की छाया को यह फिल्म कैसे पीछे छोड़ती है, यह देखना दिलचस्प होगा।