
मध्य प्रदेश: बागेश्वर धाम के पास रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग तेज, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने की अपील
मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम के नजदीक “दरिया गंज” रेलवे स्टेशन का नाम बदलने को लेकर चर्चा जोरों पर है। बागेश्वर सरकार के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस स्टेशन का नाम बदलकर “बागेश्वर धाम” करने की मांग उठाई है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने रखी अपनी बात
मीडिया से बातचीत में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा,
“हमने इस संबंध में पत्र पहले ही प्रशासन को सौंप दिया है। यह पूरी तरह से प्रशासनिक मामला है, लेकिन हमारी यही इच्छा है कि स्टेशन का नाम ‘बागेश्वर धाम’ रखा जाए। इससे श्रद्धालुओं को सहूलियत होगी और धाम की महिमा को विश्वभर में प्रचार मिलेगा।”
स्टेशन का नाम बदलने की आवश्यकता क्यों?
धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि इस स्टेशन पर उतरने वाले 80% यात्री बागेश्वर धाम जाने वाले श्रद्धालु होते हैं।
“यह स्टेशन बागेश्वर धाम के लिए ही उपयोग में आता है। ऐसे में अगर स्टेशन का नाम ‘बागेश्वर धाम’ रखा जाए तो यह उचित होगा। यह न केवल स्थानीय लोगों में सद्भाव बढ़ाएगा, बल्कि धाम की ख्याति को और विस्तार देगा।”
नाम बदलने को लेकर विवाद भी जारी
हाल ही में रेलवे द्वारा इस स्टेशन का नाम “दुरिया गंज” से बदलकर “दरिया गंज” कर दिया गया। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह नामकरण इस्लामिक प्रतीक को दर्शाता है, जिससे वे असंतुष्ट हैं। नाम को लेकर हो रहे विवाद के बीच बागेश्वर धाम समर्थकों की मांग है कि इसे “बागेश्वर धाम” नाम दिया जाए।
बागेश्वर धाम की बढ़ती लोकप्रियता
छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम भारत और विदेशों में श्रद्धालुओं के बीच अत्यंत लोकप्रिय है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रवचनों और दिव्य दरबार में हर दिन लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। श्रद्धालु यहां बस, ट्रेन और निजी वाहनों से बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
बागेश्वर धाम के लिए नाम बदलने के लाभ
- श्रद्धालुओं की पहचान आसान होगी।
- धाम की ख्याति को बढ़ावा मिलेगा।
- स्थानीय पर्यटन में वृद्धि होगी।