
महाकुंभ ने दुनिया को दिखाई उत्तर प्रदेश की ताकत, सीएम योगी ने पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 ने इस बार कई ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। श्रद्धालुओं का अपार सैलाब उमड़ पड़ा है और अब तक 60 करोड़ से अधिक लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। इस भव्य आयोजन की सफलता पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया और इसे उत्तर प्रदेश की क्षमता और सामर्थ्य का प्रतीक बताया।
सीएम योगी ने लखीमपुर खीरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक दक्षता, सांस्कृतिक विरासत और भव्य आयोजन क्षमता को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने वाला ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग विकास से नाखुश हैं, वे इस आयोजन को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन देश और दुनिया ने देख लिया है कि भारत की सनातन संस्कृति कितनी मजबूत और गौरवशाली है।
महाकुंभ बना उत्तर प्रदेश की क्षमता का प्रतीक
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर किसी को उत्तर प्रदेश की शक्ति और क्षमता का आकलन करना हो, तो महाकुंभ 2025 सबसे बड़ा उदाहरण है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बन चुका है, जहां 13 जनवरी से 22 फरवरी के बीच 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा, “कौन सोच सकता था कि इतने विशाल स्तर पर कोई आयोजन इस तरह से सफलतापूर्वक संपन्न हो सकता है? 60 करोड़ लोग एक सीमित समय में एक ही स्थान पर एकत्र हो सकते हैं – यह सिर्फ उत्तर प्रदेश में संभव है, सिर्फ प्रयागराज में संभव है। पूरी दुनिया इसे महसूस कर रही है।”
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की क्षमता, सुव्यवस्थित प्रबंधन और प्रशासनिक दक्षता का प्रमाण है। प्रयागराज का कुंभ दुनिया के सबसे संगठित और व्यवस्थित आयोजनों में से एक बनकर उभरा है, जहां इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिना किसी बाधा के अपनी आस्था को प्रकट कर पा रहे हैं।
विकास के खिलाफ नकारात्मक राजनीति करने वालों पर निशाना
सीएम योगी ने विपक्षी दलों पर करारा हमला करते हुए कहा कि कुछ लोगों को देश और प्रदेश की बढ़ती ताकत पसंद नहीं आती। ऐसे लोग हमेशा नकारात्मकता फैलाने और धार्मिक आयोजनों को बदनाम करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महाकुंभ भव्य और दिव्य रूप में आयोजित किया जा रहा है। लेकिन कुछ लोग, जिन्हें भारत का विकास पसंद नहीं आता, वे लगातार गलत बयानबाजी कर इसे बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “देश और दुनिया ने देख लिया कि सनातन धर्म के अनुयायियों में अपनी संस्कृति और परंपराओं को लेकर कितना समर्पण है। जब अनुकूल परिस्थितियां होती हैं, तो हमारी विरासत को संजोने और उसे गौरवशाली बनाने का हर संभव प्रयास किया जाता है।”
सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि महाकुंभ 2025 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक शक्ति और धार्मिक विरासत का प्रतीक है, जिसने प्रयागराज को विश्व पटल पर गौरव दिलाया है।
महाकुंभ 2025 बना ऐतिहासिक आयोजन
- 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई।
- कुंभ के सफल आयोजन पर प्रधानमंत्री मोदी को सीएम योगी का धन्यवाद।
- दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के रूप में महाकुंभ की पहचान मजबूत हुई।
- उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक क्षमता और कुशल प्रबंधन का उदाहरण बना यह महाकुंभ।
- विपक्षी दलों पर निशाना, कहा – विकास को रोकने की कोशिश करने वाले लोग कुंभ को बदनाम करने में जुटे।
प्रयागराज ने दुनिया को दिखाया आईना
महाकुंभ का सफल आयोजन यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश आज विकास के नए आयाम गढ़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह आयोजन दुनिया को यह दिखाने में सफल रहा है कि भारत की संस्कृति कितनी समृद्ध और भव्य है।
उन्होंने कहा, “प्रयागराज ने दुनिया को एक आईना दिखाने का काम किया है। जो लोग यह मानते थे कि इतने बड़े पैमाने पर आयोजन करना असंभव है, उन्हें महाकुंभ 2025 ने गलत साबित कर दिया।”
इस बार का महाकुंभ ना सिर्फ एक धार्मिक और आध्यात्मिक संगम है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की ताकत, प्रशासनिक क्षमता और सांस्कृतिक भव्यता का प्रतीक भी बन चुका है।