
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के कई जिलों में वक्फ कानून के विरोध में भड़की हिंसा के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहली बार कड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार वक्फ कानून के समर्थन में नहीं है, और राज्य में यह कानून लागू नहीं किया जाएगा।
वक्फ कानून पर हिंसा क्यों?
पिछले कुछ दिनों से मुर्शिदाबाद, मालदा, हुगली और उत्तर 24 परगना जैसे जिलों में वक्फ कानून के खिलाफ उग्र विरोध देखा गया। कई जगहों पर पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी गई, रेल और सड़क मार्गों को अवरुद्ध किया गया, और पथराव व आगजनी जैसी घटनाएं सामने आईं।
ममता बनर्जी का सख्त संदेश: दंगा नहीं सहेंगे
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा,
“हम इस कानून के पक्ष में नहीं हैं। जब बंगाल में वक्फ कानून लागू ही नहीं होगा, तो फिर दंगा किस बात का?“
उन्होंने आगे चेतावनी दी,
“जो लोग दंगा भड़का रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हम शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
कानून-व्यवस्था पर सख्ती बरकरार
राज्य सरकार ने जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। पुलिस ने अब तक कई लोगों को हिरासत में लिया है।
ममता सरकार की स्पष्ट नीति
पश्चिम बंगाल की सरकार ने यह साफ कर दिया है कि राज्य में किसी भी विवादास्पद कानून को बिना आम सहमति के लागू नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि राज्य की शांति और सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश करने वालों के मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे।