नई दिल्ली: भारत ने शुक्रवार को वॉशिंगटन पोस्ट द्वारा प्रकाशित दो हालिया रिपोर्टों को कड़ी आलोचना की। इनमें से एक रिपोर्ट में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को महाभियोग के जरिये हटाने की असफल साजिश में भारत के कथित संबंध की बात कही गई थी, जबकि दूसरी रिपोर्ट में भारतीय एजेंटों द्वारा पाकिस्तान में कुछ आतंकवादियों को निशाना बनाने की कोशिश का दावा किया गया था।
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इन रिपोर्टों को खारिज करते हुए कहा कि संबंधित अखबार और उसके रिपोर्टर भारत के प्रति “आवश्यक शत्रुता” रखते हैं।
मालदीव पर रिपोर्ट में वॉशिंगटन पोस्ट ने “डेमोक्रेटिक रिन्यूअल इनिशिएटिव” नामक दस्तावेज़ का हवाला दिया। इसमें विपक्षी राजनेताओं द्वारा 40 सांसदों, जिनमें मुइज्जू की पार्टी के सदस्य भी शामिल हैं, को रिश्वत देकर महाभियोग के लिए वोट देने के प्रस्ताव का जिक्र किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, महीनों की गुप्त वार्ताओं के बाद साजिशकर्ता पर्याप्त वोट जुटाने में विफल रहे।
पाकिस्तान पर रिपोर्ट को लेकर जायसवाल ने कहा, “मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि हिलेरी क्लिंटन ने क्या कहा था – ‘आप अपने आंगन में सांप नहीं पाल सकते और उम्मीद कर सकते हैं कि वे केवल आपके पड़ोसियों को ही काटें।'”
क्लिंटन ने यह टिप्पणी 2011 में पाकिस्तान को दिए गए सख्त संदेश में की थी, जब वह अमेरिकी विदेश मंत्री थीं। उन्होंने यह भी कहा था कि अमेरिका पाकिस्तान पर आतंकवादियों के ठिकाने हटाने और हक्कानी नेटवर्क जैसे समूहों को खत्म करने के लिए सख्त दबाव बनाएगा।
वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तानी और पश्चिमी अधिकारियों का हवाला देते हुए दावा किया कि भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) 2021 से पाकिस्तान के अंदर कम से कम आधा दर्जन लोगों को निशाना बनाने का कार्यक्रम चला रही है।