
“हम साथ बैठकर मैगी खा रहे थे… और तभी मौत ने दस्तक दी” – पहलगाम हमले में शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी की दिल दहला देने वाली आपबीती
कानपुर/पहलगाम। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी की पत्नी एशान्या ने अपनी आंखों देखी आपबीती बयान की, जिसे सुनकर कोई भी शख्स रो पड़ा। यह कहानी न केवल एक दुखद घटना की है, बल्कि यह उन बेकसूरों की पीड़ा का प्रतीक है, जिनकी जिंदगी को आतंकियों ने चंद सेकंडों में छीन लिया।
“हमें तो समझ ही नहीं आया, मौत इतनी पास थी…” – एशान्या की भावनात्मक दास्तान
एशान्या की आंखों में आंसू हैं, लेकिन शब्द नहीं रुकते। वह बताती हैं:
“हम पहलगाम के एक ऊंचे इलाके में गए थे, जहां किसी इंसान का पैदल जाना मुश्किल था। इसलिए हम घोड़े पर चढ़कर वहां पहुंचे थे। वहां हमें एक छोटा सा ढाबा मिला, जहां हमने मैगी ऑर्डर की। मैं और शुभम बैठकर खाने ही वाले थे, जबकि पापा वॉशरूम गए हुए थे। तभी एक व्यक्ति बगल से आया और हमसे पूछा – ‘हिंदू हो या मुसलमान?’ हम समझ ही नहीं पाए कि यह सवाल क्यों पूछा जा रहा है।”
“हमने मुस्कराकर उससे पूछा, ‘भैया क्या हुआ?’ उसने फिर से वही सवाल पूछा, ‘हिंदू हो या मुसलमान?’ मैंने कहा – ‘हिंदू’ और फिर उसने तुरंत शुभम पर गोली चला दी। यह सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि मुझे यकीन ही नहीं हुआ। गोली एक बार में लग गई, फिर उसने कई और लोगों को भी मार दिया… क्यों? क्या कसूर था?”
पहलगाम हमला: एक बर्बर आतंकी कार्यवाही
इस भयानक आतंकी हमले में कुल 26 लोगों की जान चली गई थी। यह हमला न केवल एक सुरक्षा उल्लंघन था, बल्कि यह पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों की बर्बरता और निर्दोष नागरिकों के खिलाफ नफरत की झलक भी दिखाता है। यही वह जख्म है, जो हर भारतीय के दिल में है – सवाल यह है कि हम क्यों और कब तक इन हमलों का शिकार होते रहेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आश्वासन: “आतंकियों को छोड़ा नहीं जाएगा”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने इस दुखद घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की और पीड़ित परिवार को पूरा भरोसा दिलाया कि जो आतंकवादी इस हमले में शामिल हैं, उन्हें छोड़ने का सवाल नहीं उठता। वह उन्हें कड़ी सजा दिलवाएंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
शुभम द्विवेदी का पार्थिव शरीर कल रात लखनऊ एयरपोर्ट लाया गया था, जहां उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शव को कानपुर भेजा गया। सीएम योगी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और शहीद के योगदान को सलाम किया। उन्होंने कहा:
“हम इस दुख की घड़ी में आपके साथ हैं। जो आतंकी इस जघन्य अपराध में शामिल हैं, उन्हें हर हाल में पकड़ा जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।”
सुरक्षा चिंताओं और आतंकवाद के खिलाफ भारत का दृढ़ रुख
भारत सरकार ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है। पहलगाम हमले के बाद, सरकार ने ठोस कदम उठाने की योजना बनाई है, जिसमें पाकिस्तान के आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को तेज करना, सीमा सुरक्षा को और सख्त बनाना और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने का प्रयास किया जाएगा।