
पहलगाम हमले पर गरजे पीएम मोदी: “धरती के आखिरी छोर तक ढूंढेंगे, नहीं छोड़ेंगे आतंकियों को”
बिहार की पवित्र धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पहलगाम आतंकी हमले को लेकर आतंक के आकाओं को सीधी, कड़ी और दो-टूक चेतावनी दी। उन्होंने भावनात्मक अंदाज़ में कहा कि भारत न केवल आतंकियों की पहचान करेगा, बल्कि उन्हें धरती के किसी भी कोने में खोजकर सजा देगा।
“भारत की आत्मा को नहीं तोड़ सकता आतंक”
प्रधानमंत्री मोदी ने मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के कार्यक्रम में भाषण की शुरुआत हाथ जोड़कर और आंखें बंद कर के की — उन निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए जो इस हमले में मारे गए। उन्होंने कहा, “पहलगाम का हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं था, यह भारत की आत्मा पर हमला था। जो इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते।”
दुनिया को इंग्लिश में दिया सीधा संदेश
जहां पूरे भाषण के दौरान पीएम मोदी ने हिंदी में जनता से संवाद किया, वहीं जब बात अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक भारत का संदेश पहुंचाने की आई, तो उन्होंने अंग्रेजी भाषा में अपनी बात रखी। उनका साफ इरादा था — दुनिया को भारत की स्थिति बिल्कुल स्पष्ट और ठोस तरीके से बताना।
“पूरा देश एकजुट है, न्याय होगा”
पीएम मोदी ने कहा, “यह हमला पूरे देश को झकझोर गया है। जो भी लोग अपने प्रियजनों को इस हमले में खो चुके हैं, पूरा देश उनके साथ खड़ा है। न्याय होगा, और इसके लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे।”
पाकिस्तान को लेकर लिए गए सख्त फैसले
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने आतंक के पीछे बैठे पाकिस्तान स्थित ताकतों को लेकर निर्णायक कदम उठाए हैं:
- सिंधु जल संधि को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू
- अटारी बॉर्डर को बंद करने का फैसला
- पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द किए गए
- भारतीय भूमि पर मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने के आदेश
- पाकिस्तान उच्चायोग में स्टाफ की संख्या घटाने का निर्णय
23 अप्रैल को हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह सभी अहम निर्णय लिए गए। यह संकेत है कि भारत अब सिर्फ निंदा से आगे बढ़ चुका है — अब कार्रवाई होगी, और कठोर होगी।