प्रसिद्ध फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल का 23 दिसंबर को निधन हो गया। 90 वर्ष की आयु में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लंबे समय से वे उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थे। श्याम बेनेगल ने अपनी फिल्मों के माध्यम से भारतीय सिनेमा में एक अलग पहचान बनाई। उनकी कहानियां समाज के वास्तविक मुद्दों को उजागर करती थीं और हर फिल्म के जरिए वे समाज को एक संदेश देने का प्रयास करते थे।
हिंदी सिनेमा को कई बेहतरीन फिल्में देने वाले श्याम बेनेगल ने 23 दिसंबर 2024 को शाम 6:30 बजे अपनी आखिरी सांस ली। रिपोर्ट्स के अनुसार, वे किडनी संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। बीमार होने के बावजूद उन्होंने अपने काम से कभी दूरी नहीं बनाई और हमेशा नई परियोजनाओं पर सक्रिय रहे।
गुरु दत्त से खास नाता
14 दिसंबर 1934 को हैदराबाद में जन्मे श्याम बेनेगल का रिश्ता मशहूर अभिनेता और फिल्म निर्माता गुरु दत्त से था। वे उनके चचेरे भाई थे। श्याम बेनेगल को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए 1976 में पद्म श्री और 1991 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। 2005 में उन्हें भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया।
फिल्मी करियर का सफर
श्याम बेनेगल ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘अंकुर’ से की, जिसमें अनंत नाग और शबाना आजमी ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। यह फिल्म दर्शकों और समीक्षकों दोनों के बीच बेहद सराही गई। इसके बाद उन्होंने फिल्म ‘निशांत’ बनाई, जिसने उनके करियर को एक नई ऊंचाई दी। यह फिल्म 1975 में सबसे चर्चित फिल्मों में से एक थी और इसे 1976 के कान्स फिल्म फेस्टिवल में पाल्मे डी’ओर के लिए नामांकित किया गया।
श्याम बेनेगल की अन्य प्रसिद्ध फिल्मों में ‘मंथन’, ‘भूमिका’, ‘जुनून’, ‘जुबैदा’, ‘सरदारी बेगम’, ‘मार्केट प्लेस’ और ‘द मेकिंग ऑफ महात्मा’ जैसी कई कृतियां शामिल हैं। उनकी फिल्मों में गिरीश कर्नाड, शबाना आजमी, स्मिता पाटिल, नसीरुद्दीन शाह और अमरीश पुरी जैसे दिग्गज कलाकारों ने काम किया।
90वें जन्मदिन का जश्न
श्याम बेनेगल ने हाल ही में अपना 90वां जन्मदिन मनाया था। इस मौके पर फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े सितारे शामिल हुए थे। अभिनेत्री शबाना आजमी ने इस खास दिन की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया पर साझा की थीं। तस्वीर में श्याम बेनेगल कुर्सी पर बैठे हुए मुस्कुराते नजर आ रहे थे, जबकि नसीरुद्दीन शाह उनके पीछे खड़े थे। शबाना ने तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “श्याम बेनेगल के 90वें जन्मदिन पर मेरे साथ नसीरुद्दीन शाह। आखिर क्यों हमें एक साथ ज्यादा फिल्में नहीं मिलीं?”
श्याम बेनेगल की इस विरासत को भारतीय सिनेमा हमेशा याद रखेगा।