दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने AAP नेताओं के आरोपों को सख्ती से खारिज कर दिया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह बेबुनियाद और झूठे हैं।
AAP नेताओं पर आरोपों का खंडन
संदीप दीक्षित ने कहा कि आतिशी और संजय सिंह ने उन पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) से पैसे लेने का आरोप लगाया है, जो बिल्कुल असत्य है। उन्होंने कहा, “5-6 दिन पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मुझ पर BJP से बड़ी मात्रा में पैसे लेने का आरोप लगाया। पिछले 10-12 वर्षों से AAP कांग्रेस, मेरे और मेरे परिवार को निशाना बनाती आ रही है।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह पहली बार नहीं है जब AAP ने उनके परिवार पर आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी शीला दीक्षित के दिल्ली की मुख्यमंत्री रहते हुए उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे।
अरविंद केजरीवाल के पुराने आरोपों पर सवाल
संदीप दीक्षित ने AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल के पुराने दावों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने याद दिलाया कि केजरीवाल ने कभी कांग्रेस सरकार के खिलाफ 360 पन्नों के सबूत होने का दावा किया था। “अरविंद केजरीवाल ने एक समय कहा था कि उनके पास 360 पन्नों का सबूत है जो कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करेगा। लेकिन जब वे मुख्यमंत्री बने, तो उन तथाकथित सबूतों का क्या हुआ?” उन्होंने कहा।
दीक्षित ने यह भी बताया कि BJP नेता विजय कुमार मल्होत्रा ने खुद उनसे कहा था कि BJP का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री केजरीवाल से मिला और उनसे उन सबूतों को सौंपने की मांग की, जो उन्होंने पहले दिखाए थे।
मानहानि के मुकदमों की घोषणा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दीक्षित ने कहा कि वह आतिशी और संजय सिंह के खिलाफ आपराधिक और दीवानी मानहानि के मुकदमे दायर करेंगे। उन्होंने 10 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है।
दीक्षित ने कहा कि यदि उन्हें यह राशि मिलती है, तो वह इसे दो महत्वपूर्ण कार्यों में लगाएंगे—5 करोड़ रुपये यमुना नदी की सफाई के लिए और बाकी 5 करोड़ रुपये दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए खर्च किए जाएंगे।
AAP पर जवाबी हमला
दीक्षित ने कहा कि ये आरोप AAP की पुरानी रणनीति का हिस्सा हैं, जिसमें वह राजनीतिक विरोधियों को बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाती है। उन्होंने कहा, “AAP ने हमेशा से झूठे दावे और आरोप लगाकर राजनीति की है। लेकिन इस बार मैं चुप नहीं बैठूंगा। जनता को सच्चाई जानने का हक है।”
राजनीतिक माहौल में गर्मी
इस बयान के बाद दिल्ली के राजनीतिक माहौल में तनाव बढ़ गया है। कांग्रेस और AAP के बीच पहले से ही चल रही खींचतान अब और तेज हो गई है। संदीप दीक्षित के इस कदम को कांग्रेस की ओर से एक आक्रामक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, जो AAP के आरोपों का करारा जवाब देने के लिए तैयार है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि मानहानि के ये मुकदमे दिल्ली की राजनीति को किस दिशा में ले जाते हैं।