सड़क किनारे सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण पर ब्रेक…चार मंजिला ढांचे की बुनियाद पर चला आवास विकास का हथौड़ा
अवैध निर्माण पर एक्शन में आवास विकास
गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में आवास विकास प्राधिकरण की टीम ने सड़क किनारे सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर किए जा रहे अवैध निर्माण पर कार्रवाई की है। वसुंधरा के सेक्टर-17C में फ्लैट संख्या 301 में प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा कर 4 पिलर के सहारे चारमंजिला अवैध एक्सटेंशन के कार्य को रोक दिया गया है। मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद प्राधिकरण के आला अफसरों के आदेश पर आवास विकास की एक टीम ने बुधवार को इस अवैध निर्माण की नींव पर हथौड़ा चलाया। बताया जा रहा है कि यहां पिछले 5 महीने से अवैध रूप से चारमंजिला ढांचा खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। अब देखना ये है कि इस कार्रवाई के बाद भी ये अवैध निर्माण रुकता या नहीं।
सीनियर अफसरों की सख्ती का हुआ असर
बताया जा रहा है कि आवास विकास के आला अधिकारी अब इस मामले को काफी गंभीर हैं, क्योंकि पिछले पांच महीने में पांच बार काम रोके जाने के बावजूद अतिक्रमणकारी फिर से उसी जगह पर अवैध निर्माण शुरू कर देते हैं। सीनियर अफसरों ने अपने मातहतों क अब ऐसे निर्माण पर नजर रखने और शिकायत मिलने पर तुरंत ही एक्शन में आने के सख्त निर्देश दिए हैं। कहा जा रहा है कि आवास विकास में शीर्ष पदों पर बैठे अधिकारी इस तरह के अवैध कब्जे को रोकना तो चाहते हैं लेकिन विभाग के ही कुछ जूनियर अधिकारी और कर्मचारी की मिलीभगत से वो अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाते हैं।
अवैध निर्माण पर शिकंजा कसेंगे अफसर
आवास विकास परिषद ने इस तरह के अवैध निर्माण पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है। सूत्रों की मानें तो जब तक अस्टिटेंट इंजीनियर फैज मोहम्मद इस इलाके में तैनात रहे, तब तक उन्होंने इस अवैध निर्माण को नहीं होने दिया। इस जोन से उनके तबादले के बाद अवैध कब्जा करने वालों के हौसले बुलंद हो गए। परिषद के मौजूदा एक्जीक्यूटिव इंजीनियर निखिल महेश्वरी भी एक ईमानदार और तेजतर्रार अधिकारी माने जाते हैं। जानकारों की मानें तो अवैध निर्माण को लेकर उन्होंने सभी मातहतों को जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के आदेश दिए हैं