अहमदाबाद: बुधवार सुबह गुजरात के कच्छ जिले में 3.2 की तीव्रता वाला एक झटका महसूस किया गया, जो कि भारतीय भूकंपीय अनुसंधान संस्थान (ISR) के अनुसार था। हालांकि, इस झटके के बाद कोई जनहानि या संपत्ति को नुकसान की सूचना नहीं मिली है, जैसा कि जिला प्रशासन ने बताया।
भूकंप का केन्द्र और विवरण
भूकंप का झटका सुबह 10:24 बजे महसूस किया गया था, और इसका केंद्र भचाऊ से 23 किलोमीटर उत्तर-उत्तर-पूर्व (NNE) स्थित था, जैसा कि गांधीनगर स्थित ISR द्वारा जारी की गई जानकारी में बताया गया। पिछले महीने कच्छ क्षेत्र में 3 या उससे अधिक तीव्रता के चार भूकंपीय गतिविधियां दर्ज की गई थीं, जिनमें से एक 3.2 तीव्रता का भूकंप तीन दिन पहले भी भचाऊ के पास महसूस हुआ था।
पिछले भूकंपों का इतिहास
कच्छ जिले में 23 दिसंबर को 3.7 तीव्रता का एक भूकंप आया था, जबकि 7 दिसंबर को भी 3.2 तीव्रता का एक भूकंप दर्ज किया गया था, जैसा कि ISR के आंकड़ों में बताया गया है। इसके अलावा, 18 नवंबर 2024 को कच्छ में 4.0 तीव्रता का एक भूकंप आया था। इस प्रकार, पिछले कुछ महीनों में कच्छ क्षेत्र में भूकंप की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।
गुजरात में भूकंप का खतरा
गुजरात को भूकंप के लिहाज से एक उच्च जोखिम वाले क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (GSDMA) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 200 वर्षों में राज्य ने 9 प्रमुख भूकंपों का सामना किया है। इनमें से 26 जनवरी 2001 का कच्छ में आया भूकंप भारत के पिछले दो सदी के सबसे बड़े और सबसे विनाशकारी भूकंपों में से तीसरा था। इस भूकंप के कारण कच्छ जिले के कई शहरों और गांवों में व्यापक तबाही मच गई थी, जिसमें लगभग 13,800 लोगों की मौत हुई थी और 1.67 लाख से अधिक लोग घायल हो गए थे।
भविष्य के जोखिम और सावधानियां
कच्छ क्षेत्र में भूकंप की गतिविधियों में वृद्धि के कारण स्थानीय प्रशासन और संबंधित एजेंसियां लगातार इस क्षेत्र में निगरानी रख रही हैं और समय-समय पर लोगों को भूकंप से निपटने के उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियां और बढ़ सकती हैं, और यहां की स्थानीय जनसंख्या को पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए।