
दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) देश के विभिन्न हिस्सों से मरीजों का इलाज करने के लिए एक प्रमुख चिकित्सा केंद्र है। यहां, अब गंभीर रूप से बीमार मरीजों के उपचार को और अधिक बेहतर बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की जाएगी। AIIMS के जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के परिसर में एक नया ‘क्रिटिकल केयर’ सेक्शन बनाने की योजना है। इस योजना की जानकारी संस्थान के निदेशक, डॉक्टर एम श्रीनिवास ने सोमवार को दी।
यह नया सेक्शन गंभीर रूप से बीमार मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया जाएगा। इसमें कुल 200 अतिरिक्त बिस्तरों का इंतजाम किया जाएगा, जिससे अस्पताल की समग्र क्षमता में वृद्धि होगी। इस नए ‘क्रिटिकल केयर’ सेक्शन के बनने से आपातकालीन वार्ड में आने वाले मरीजों को तत्काल इलाज मिल सकेगा, और इससे अस्पताल में भर्ती होने की प्रक्रिया को भी सहज बनाया जाएगा। डॉक्टर श्रीनिवास के अनुसार, यह नया सेक्शन अगले दो वर्षों में तैयार होने की संभावना है।
इसके अलावा, AIIMS में सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। अस्पताल में अब ‘पायलट प्रोजेक्ट’ के तहत कुछ प्रमुख स्थानों पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) संचालित सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों का उद्देश्य अस्पताल की सुरक्षा को मजबूत करना है। ये AI संचालित सीसीटीवी कैमरे चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग करते हुए सभी आगंतुकों को पहचानने में सक्षम होंगे।
यह कदम खासतौर पर कोलकाता के एक अस्पताल में हुई दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद उठाया गया है। इन कैमरों की मदद से सुरक्षा कर्मचारी यह पहचान सकेंगे कि कौन व्यक्ति बार-बार अस्पताल में प्रवेश और निकासी कर रहा है, जिससे अनधिकृत व्यक्तियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा सकेगी और अस्पताल की सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सकेगा।
इस प्रकार, दिल्ली एम्स में इन नई सुविधाओं और सुरक्षा उपायों से मरीजों को बेहतर उपचार और सुरक्षा मिल सकेगी, जो अस्पताल के कार्यकुशलता और विश्वसनीयता को और भी बढ़ाएगा।