Navrashtra Bharat (16)

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू का बड़ा बयान! चीन के खतरे से बचाने के लिए बनेगा सियांग डैम, 1.13 लाख करोड़ की लागत से होगा निर्माण

चीन के ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया के सबसे बड़े बांध के निर्माण को मंजूरी देने के बाद भारत ने भी बड़ा कदम उठाने की योजना बनाई है। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सियांग अपर मल्टीपरपज प्रोजेक्ट (SUMP) को राष्ट्रीय सुरक्षा और स्थानीय समुदायों के लिए बेहद अहम बताते हुए इसे “ऐतिहासिक” करार दिया।

चीन के खतरे से बचाने का मास्टर प्लान!

सीएम खांडू ने कहा कि यह मेगा प्रोजेक्ट केवल 11,000 मेगावाट बिजली पैदा करने के लिए नहीं है, बल्कि इसका असली मकसद सियांग नदी के प्राकृतिक प्रवाह को बनाए रखना और चीन से आने वाले संभावित बाढ़ के खतरों को कम करना है।

चीन की ओर से ब्रह्मपुत्र पर 137 अरब डॉलर की लागत से बनाए जा रहे बांध के चलते भारत में बाढ़ और जल संकट का खतरा मंडरा रहा है। खांडू ने चेतावनी दी कि चीन के इस प्रोजेक्ट में कोई सुरक्षा उपाय नहीं हुए तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

सियांग डैम: बाढ़ और सूखे दोनों से राहत

सीएम खांडू ने बताया, “सियांग प्रोजेक्ट के तहत 9 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी संग्रहित करने वाला एक विशाल जलाशय बनेगा, जो सर्दियों में नदी के प्रवाह को सामान्य रखेगा और चीन के बांधों से अचानक पानी छोड़े जाने पर बाढ़ को रोकने में मदद करेगा।”

उन्होंने कहा कि अगर चीन पानी को अपने शुष्क क्षेत्रों की ओर मोड़ता है, तो सियांग नदी का जलस्तर इतना गिर सकता है कि लोग इसे पैदल पार कर सकें।

स्थानीय विरोध और सरकार का रुख

हालांकि, इस परियोजना को लेकर स्थानीय समुदायों में भारी विरोध हो रहा है। लोग विस्थापन, आजीविका की हानि और पर्यावरण पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित हैं।
सीएम खांडू ने कहा कि सरकार सभी पहलुओं का गहन सर्वेक्षण करेगी और परियोजना की ऊंचाई, स्थान और डूबने वाले क्षेत्रों की सही जानकारी साझा करेगी।

उन्होंने यह भी कहा, “भारत एक लोकतांत्रिक देश है, हम किसी पर कुछ थोपते नहीं हैं। जनता की सुनवाई के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।”
लेकिन उन्होंने एक्टिविस्टों पर गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाया और कहा, “कुछ लोग परियोजना के फायदों को छुपाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे सामने आएं और सीधे संवाद करें।”

चीन की चाल पर भारत सतर्क

चीन की योजना ब्रह्मपुत्र के निचले हिस्सों में 1 ट्रिलियन युआन (137 अरब डॉलर) से अधिक की लागत से एक ऐसा बांध बनाने की है, जो हर साल 300 बिलियन kWh बिजली पैदा करेगा।
सीएम खांडू ने चीन को “अप्रत्याशित” बताते हुए कहा कि भारत को सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा और हमारे लोगों की भलाई पर कोई समझौता नहीं हो सकता।”

भारत का जवाब: सियांग प्रोजेक्ट

पेमा खांडू ने SUMP को भारत की मजबूत जवाबी रणनीति बताते हुए कहा, “यह परियोजना केवल एक बांध नहीं, बल्कि सियांग नदी और इस पर निर्भर पीढ़ियों की सुरक्षा का प्रतीक है।”
अब सबकी निगाहें इस परियोजना पर टिकी हैं, जो न केवल भारत की जल सुरक्षा को सुनिश्चित करेगी, बल्कि चीन को कड़ा संदेश भी देगी।

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