
सिंधु जल संधि को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। भारत द्वारा सिंधु जल समझौते की समीक्षा की खबरों के बीच पाकिस्तान में राजनीतिक तापमान तेज़ी से बढ़ रहा है। इस तनाव के बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भड़काऊ बयानबाज़ी करते हुए खुलेआम युद्ध की धमकी दे डाली है।
बिलावल भुट्टो की धमकी: “अगर संधि टूटी, तो नदी में खून बहेगा”
1 मई को सिंध प्रांत के मीरपुर खास में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा कि “अगर भारत सिंधु जल संधि को तोड़ता है, तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हम नदी को खून से लाल कर देंगे। पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर मजबूरी आई तो पीछे नहीं हटेगा।”
इतना ही नहीं, ब्रिटिश न्यूज़ चैनल को दिए गए एक इंटरव्यू में बिलावल ने भारत के खिलाफ परमाणु हमले की धमकी भी दे डाली। उन्होंने कहा कि “हमारी थल, जल और वायु सेना पूरी तरह तैयार है। अगर जरूरत पड़ी तो हम अपनी परमाणु ताकत का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकेंगे।”
सिंधु जल संधि पर भारत का रुख और पाकिस्तान की बौखलाहट
भारत ने अब तक सिंधु जल समझौते का पूरी तरह पालन किया है, लेकिन पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और उरी, पुलवामा जैसे आतंकी हमलों के बाद भारत में यह मांग जोर पकड़ रही है कि इस संधि को भारत अपने रणनीतिक हितों के तहत फिर से परिभाषित करे।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की बौखलाहट इसी दबाव का नतीजा है। सिंधु नदी पाकिस्तान के सिंध प्रांत की जीवन रेखा है और भारत की ओर से कोई भी परिवर्तन उसके लिए संकट पैदा कर सकता है।
पाकिस्तानी नेतृत्व में घबराहट और डर का माहौल
बिलावल भुट्टो के अलावा पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, पूर्व मंत्री हनीफ अब्बास और कई सैन्य अधिकारी भी भारत के खिलाफ इसी तरह की भड़काऊ टिप्पणियां कर चुके हैं।
वर्तमान हालात को देखते हुए पाकिस्तान के प्रमुख शहरों लाहौर, कराची और पेशावर में सायरन सिस्टम सक्रिय कर दिए गए हैं। इसके अलावा, एलओसी से दूर स्थित जिलों में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है और सीमावर्ती गांवों में बंकर बनाने के आदेश जारी किए गए हैं।