शिकागो: अमेरिका से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां शिकागो में एक गैस स्टेशन पर काम कर रहे भारतीय छात्र की डकैती के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान नुकरापु साई तेजा के रूप में हुई है, जो तेलंगाना के खम्मम जिले के निवासी थे और एमबीए की पढ़ाई के लिए अमेरिका गए थे।
यह घटना शुक्रवार (29 नवंबर) को हुई, जब साई तेजा गैस स्टेशन के कैश काउंटर पर काम कर रहे थे। हालांकि, पीटीआई की रिपोर्ट्स के अनुसार, वह उस समय गैस स्टेशन पर नियमित रूप से काम नहीं कर रहे थे, बल्कि अपने एक दोस्त की मदद के लिए वहां रुके हुए थे। घटना के समय उनका दोस्त स्टेशन पर मौजूद नहीं था और किसी काम से बाहर गया हुआ था।
डकैतों ने कैश काउंटर लूटने के प्रयास में साई तेजा पर गोली चला दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना में दो हमलावर शामिल होने की आशंका है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की तलाश जारी है।
साई तेजा तेलंगाना के खम्मम जिले के रामनगुट्टा गांव के निवासी थे। उन्होंने खम्मम से बीबीए की पढ़ाई पूरी की थी और एमबीए करने के लिए अमेरिका गए थे। अपनी पढ़ाई के साथ-साथ वह गैस स्टेशन पर पार्ट-टाइम काम कर रहे थे।
पिछले हफ्ते एक और घटना में तेलंगाना के एक और भारतीय छात्र की अमेरिका के अटलांटा, जॉर्जिया में गोली चलने से मौत हो गई। यह घटना उनके जन्मदिन के दिन हुई, जब आर्यन रेड्डी (23) नामक छात्र की बंदूक गलती से चल गई।
आर्यन रेड्डी तेलंगाना के उप्पल के निवासी थे और जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रहे थे। हाल के दिनों में अमेरिका में भारतीय छात्रों के गोलीबारी में मारे जाने की घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिससे देश में बंदूक संस्कृति पर सवाल उठ रहे हैं।