पिस्टल शूटर मनु भाकर और विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार, से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार 17 जनवरी, 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाएगा।
मनु भाकर का ऐतिहासिक प्रदर्शन
पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु भाकर ने भारतीय खेल इतिहास में एक नया अध्याय लिखा। वह आज़ादी के बाद पहली ऐसी भारतीय एथलीट बनीं (चाहे वह पुरुष हों या महिला) जिन्होंने एक ही ओलंपिक में दो पदक जीते। 22 वर्षीय मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत स्पर्धा और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में कांस्य पदक अपने नाम किया।
डी. गुकेश का शतरंज में विश्वविजय
18 वर्षीय डी. गुकेश ने पिछले महीने सिंगापुर में डिंग लिरेन को हराकर सबसे कम उम्र में विश्व शतरंज चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। इससे पहले, गुकेश ने 2024 में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर विश्व शतरंज चैंपियनशिप में अपनी जगह पक्की की थी। इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय शतरंज टीम को बुडापेस्ट ओलंपियाड में स्वर्ण पदक दिलाने में भी नेतृत्व किया।
हरमनप्रीत सिंह और प्रवीण कुमार को भी सम्मान
मनु भाकर और डी. गुकेश के अलावा भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को भी इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।
हरमनप्रीत सिंह ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम का नेतृत्व किया और लगातार दूसरे ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई।
वहीं, पैरा एथलीट प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में टी64 कैटेगरी हाई जंप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया। टी64 कैटेगरी उन एथलीट्स के लिए होती है जिनकी एक या दोनों टांगें घुटने के नीचे से कट चुकी होती हैं और वे दौड़ने के लिए कृत्रिम पैर का उपयोग करते हैं।
समारोह की जानकारी
खेल मंत्रालय के अनुसार, “समिति की सिफारिशों और सभी आवश्यक जांच-पड़ताल के बाद, सरकार ने इन खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय लिया है।”
यह पुरस्कार 17 जनवरी, 2025 (शुक्रवार) को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रदान किया जाएगा।