
दीर अल बला: गाजा पट्टी पर इजरायल की ओर से लगातार भारी बमबारी जारी है। हालिया हमलों में तीन बच्चों और हमास संचालित पुलिस बल के दो वरिष्ठ अधिकारियों समेत कुल 10 लोगों की जान चली गई है। यह जानकारी फलस्तीनी अधिकारियों ने साझा की है। बताया जा रहा है कि इजरायल ने यह हमला मुवासी नामक क्षेत्र में किया, जिसे उसने पहले मानवीय क्षेत्र घोषित किया था। यह हमला बृहस्पतिवार को हुआ और इससे गाजा में स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
इजरायली सेना का दावा
इजरायली सेना ने इस हमले को लेकर दावा किया है कि उसने दक्षिणी गाजा में हमास आंतरिक सुरक्षा बलों के प्रमुख होसम शाहवान को निशाना बनाकर खुफिया आधारित ऑपरेशन में मार गिराया। सेना के अनुसार, शाहवान गाजा में इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) पर हमास के तत्वों के हमलों को समर्थन देने के लिए जिम्मेदार था। इजरायली सेना का कहना है कि यह हमला आतंकवादी गतिविधियों को कमजोर करने के उद्देश्य से किया गया था।
फलस्तीनी अधिकारियों का पक्ष
फलस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में गाजा पुलिस के महानिदेशक मेजर जनरल महमूद सलाह और उनके डिप्टी ब्रिगेडियर जनरल होसम शाहवान की भी मौत हो गई है। गाजा में हमास द्वारा संचालित सरकार में हजारों पुलिसकर्मी शामिल थे, जो युद्ध शुरू होने से पहले सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने का काम कर रहे थे।
पुलिस की स्थिति और कानून-व्यवस्था पर प्रभाव
इजरायली हमलों के बाद गाजा में पुलिस बल बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई क्षेत्रों में पुलिसकर्मी सड़कों से गायब हो गए हैं, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति और भी बिगड़ गई है। हमलों के चलते गाजा के लोग पहले से ही संकट में हैं, और अब पुलिस के अभाव में स्थिति और भी भयावह हो गई है।
इजरायल-गाजा संघर्ष की पृष्ठभूमि
गाजा और इजरायल के बीच यह संघर्ष पहले से ही गहराता जा रहा था, लेकिन हालिया हमलों ने इसे और अधिक गंभीर बना दिया है। गाजा पट्टी पर हमास का नियंत्रण है और इजरायल इसे आतंकवादी संगठन मानता है। इस संघर्ष में नागरिकों की मौतें और बुनियादी ढांचे की तबाही लगातार चिंता का विषय बनी हुई है।