प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत यात्रा के आखिरी दिन रविवार को बायन पैलेस में गॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही कुवैत ने उन्हें अपना सर्वोच्च सम्मान, “द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर,” प्रदान किया। बायन पैलेस कुवैत में सत्ता का केंद्र है, जहां कई देशों के दूतावास भी स्थित हैं।
यह पीएम मोदी को किसी अन्य देश द्वारा दिया गया 20वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। यह पुरस्कार राष्ट्राध्यक्षों, विदेशी शासकों और शाही परिवार के सदस्यों को मित्रता के प्रतीक के रूप में दिया जाता है। इससे पहले इस सम्मान से अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसे प्रमुख नेता सम्मानित हो चुके हैं।
भारत और कुवैत के बीच कई समझौते होंगे
पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत और कुवैत के बीच विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है। भारत सरकार खाड़ी देशों के साथ अपने रिश्तों को और मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। पीएम मोदी ने कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा से भी मुलाकात की, जिसमें विशेष रूप से व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगति देने पर चर्चा की गई।
भारतीय समुदाय को संबोधित किया
कुवैत के आधिकारिक निमंत्रण पर पीएम मोदी शनिवार (21 दिसंबर 2024) को कुवैत पहुंचे थे। यह पिछले 43 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। पीएम मोदी ने कुवैत में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित किया और भारतीय श्रमिक शिविर का दौरा भी किया। भारत कुवैत का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है, और यहां भारतीय समुदाय सबसे बड़ा प्रवासी समूह है।