
इकोनॉमिक सर्वे 2025: भारत की अर्थव्यवस्था का पूरा विश्लेषण, जानें महत्वपूर्ण बातें
इकोनॉमिक सर्वे 2024-25 भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है, जो देश के पिछले वित्त वर्ष के आर्थिक प्रदर्शन (Economic Performance) का आकलन करता है। यह सर्वे मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस सेक्टर, एग्रीकल्चर, महंगाई, व्यापार और निवेश से जुड़े रुझानों का विश्लेषण करता है और आर्थिक सुधारों के लिए नीति-निर्माण (Policy Making) में सहायक होता है।
📌 इकोनॉमिक सर्वे क्या होता है? (What is Economic Survey?)
इकोनॉमिक सर्वे एक आधिकारिक दस्तावेज है, जिसमें भारत की आर्थिक स्थिति का गहराई से विश्लेषण किया जाता है। इसे दो भागों में विभाजित किया जाता है:
🔹 पहला भाग – इसमें बीते वर्ष की आर्थिक प्रगति (Economic Performance) का विश्लेषण किया जाता है।
🔹 दूसरा भाग – इसमें सामाजिक-आर्थिक मुद्दे, जैसे कि शिक्षा, गरीबी, जलवायु परिवर्तन, रोजगार और सामाजिक कल्याण योजनाओं का आकलन किया जाता है।
इस रिपोर्ट में GDP ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate), मुद्रास्फीति (Inflation), विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves), वित्तीय घाटा (Fiscal Deficit) और अन्य आर्थिक संकेतकों का विवरण होता है।
📅 कब जारी किया जाता है इकोनॉमिक सर्वे? (Economic Survey Release Date)
👉 इकोनॉमिक सर्वे आमतौर पर केंद्रीय बजट (Union Budget) से एक दिन पहले, यानी 31 जनवरी को संसद में पेश किया जाता है।
👉 संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होता है, और 1 फरवरी को वित्त मंत्री केंद्रीय बजट पेश करते हैं।
👨💼 कौन तैयार करता है इकोनॉमिक सर्वे? (Who Prepares Economic Survey?)
इकोनॉमिक सर्वे को वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) के अधीन डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स (Department of Economic Affairs) तैयार करता है। इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor – CEA) की निगरानी में तैयार किया जाता है। वित्त मंत्री (Finance Minister) इसे बजट सत्र से पहले संसद में पेश करते हैं।
📊 इकोनॉमिक सर्वे में कौन-कौन सी चीजें शामिल होती हैं?
इकोनॉमिक सर्वे में भारत की आर्थिक स्थिति और प्रमुख सेक्टर्स का गहराई से विश्लेषण किया जाता है। इसमें निम्नलिखित आर्थिक संकेतक शामिल होते हैं:
✔ कृषि और औद्योगिक उत्पादन (Agriculture & Industrial Production) – इसमें फसल उत्पादन, उद्योगों की वृद्धि और उत्पादन दर का विवरण होता है।
✔ इन्फ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) – इसमें सड़कों, रेलवे, एयरपोर्ट, टेलीकॉम और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की प्रगति का आकलन किया जाता है।
✔ रोजगार (Employment) – इसमें नए जॉब क्रिएशन, बेरोजगारी दर और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स की समीक्षा की जाती है।
✔ मुद्रा आपूर्ति और महंगाई (Money Supply & Inflation) – इसमें महंगाई दर (CPI, WPI), रेपो रेट और बैंकिंग सेक्टर के ट्रेंड्स का विश्लेषण किया जाता है।
✔ व्यापार और विदेशी निवेश (Trade & Foreign Investments) – इसमें निर्यात (Exports), आयात (Imports), FDI और विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति का अध्ययन किया जाता है।
✔ सरकार की राजकोषीय नीति (Fiscal Policy & Public Finance) – इसमें सरकार की आय-व्यय, टैक्स संग्रह और बजटीय घाटे का उल्लेख होता है।
📍 कहां और कैसे देखें इकोनॉमिक सर्वे?
अगर आप इकोनॉमिक सर्वे 2025 को लाइव देखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध होगा:
📺 टीवी पर:
✔ संसद टीवी (Sansad TV) और PIB इंडिया चैनल पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग होगी।
📱 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर:
✔ वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) की आधिकारिक वेबसाइट पर पीडीएफ फॉर्मेट में उपलब्ध होगा।
✔ सोशल मीडिया पर: वित्त मंत्रालय के ट्विटर/X हैंडल, फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर इसके लाइव अपडेट्स मिलेंगे।
🚀 इकोनॉमिक सर्वे 2025 क्यों महत्वपूर्ण है?
✔ अर्थव्यवस्था की सटीक जानकारी: इससे देश की आर्थिक स्थिति और चुनौतियों का सही आकलन होता है।
✔ बजट पूर्व संकेत: सरकार की संभावित आर्थिक नीतियों और बजट योजनाओं को समझने में मदद मिलती है।
✔ निवेशकों के लिए उपयोगी: यह रिपोर्ट भारतीय और विदेशी निवेशकों को बाजार की संभावनाओं के बारे में जानकारी देती है।
✔ सरकार की योजनाओं की समीक्षा: सरकारी योजनाओं, खर्चों और वित्तीय नीतियों की समीक्षा करने का यह महत्वपूर्ण दस्तावेज है।