
बेंगलुरु: माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्या नडेला ने मंगलवार को घोषणा की कि कंपनी अगले दो वर्षों में भारत में क्लाउड और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 3 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी।
बेंगलुरु में आयोजित कंपनी के एआई इवेंट में नडेला ने कहा कि यह निवेश भारत को एआई-फर्स्ट बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराता है और यह सुनिश्चित करेगा कि देश भर के लोग और संगठन इसका व्यापक लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से एआई नवाचार में एक प्रमुख स्थान प्राप्त कर रहा है, जिससे पूरे देश में नए अवसर खुल रहे हैं।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि माइक्रोसॉफ्ट 2030 तक भारत में 1 करोड़ लोगों को एआई कौशल में प्रशिक्षित करेगा। यह प्रशिक्षण कंपनी के ADVANTA(I)GE इंडिया प्रोग्राम के दूसरे संस्करण का हिस्सा है।
पिछले साल कंपनी ने ADVANTA(I)GE इंडिया पहल शुरू की थी, जिसका लक्ष्य 2025 तक 20 लाख लोगों को एआई कौशल में प्रशिक्षित करना था। यह लक्ष्य एक साल में ही पार हो गया, क्योंकि 24 लाख लोगों को प्रशिक्षण दिया गया, जिनमें 65% महिलाएं थीं और 74% प्रतिभागी टियर II और टियर III शहरों से थे।
माइक्रोसॉफ्ट अपने डेटा सेंटर परिसरों में क्लाउड और एआई इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार भी करेगा। वर्तमान में, कंपनी के पास भारत में तीन डेटा सेंटर क्षेत्र हैं, और चौथा 2026 तक शुरू हो जाएगा।
कंपनी का कहना है कि यह निवेश देश के तेजी से बढ़ते एआई स्टार्टअप्स और रिसर्च समुदाय की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए एक स्केलेबल एआई कंप्यूटिंग इकोसिस्टम विकसित करने के उद्देश्य से किया गया है।
GitHub प्लेटफॉर्म पर बात करते हुए नडेला ने कहा कि 2028 तक भारत का डेवलपर समुदाय GitHub पर सबसे बड़ा होगा। उन्होंने यह भी बताया कि जनरेटिव एआई प्रोजेक्ट्स में भारत का योगदान 30,594 है, जो अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है।