
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: मुस्लिम वोट बैंक पर कड़ी टक्कर, आप और कांग्रेस के बीच सियासी जंग
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में एक बार फिर त्रिकोणीय मुकाबले की तस्वीर उभर रही है। आम आदमी पार्टी (AAP), कांग्रेस (Congress), और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। खासतौर पर मुस्लिम बहुल सीटों पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर की संभावना जताई जा रही है।
मुस्लिम वोट बैंक दिल्ली के चुनावी समीकरणों में हमेशा से निर्णायक भूमिका निभाता आया है। 2013 तक कांग्रेस मुस्लिम बहुल इलाकों में मजबूत स्थिति में थी, लेकिन 2015 के बाद यह वोट बैंक आम आदमी पार्टी की ओर खिसक गया। अब 2025 के विधानसभा चुनाव में यह देखना होगा कि क्या कांग्रेस मुस्लिम वोट बैंक को फिर से अपने पाले में ला पाएगी या आम आदमी पार्टी अपनी पकड़ बनाए रखेगी।

मुस्लिम वोट बैंक: 2013 से 2020 तक का ट्रेंड
2013 में कांग्रेस का दबदबा
2013 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की 11 मुस्लिम बहुल सीटों में से कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
2015 में AAP का वर्चस्व
2015 में हालात पूरी तरह बदल गए। आम आदमी पार्टी ने मुस्लिम बहुल 11 सीटों में से 10 सीटों पर बड़ी जीत हासिल की। कांग्रेस का वोट शेयर इस दौरान 18% तक गिर गया।
2020 में कांग्रेस का पतन
2020 के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम बहुल सभी सीटों पर आम आदमी पार्टी का दबदबा कायम रहा।
- AAP ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की।
- कांग्रेस सभी सीटों पर तीसरे स्थान पर रही।
- चांदनी चौक, मटियामहल, बल्लीमारन, ओखला, सीमापुरी, और बाबरपुर जैसी सीटें AAP ने 20% के मार्जिन से जीतीं।
2020 लोकसभा चुनाव: कांग्रेस को बढ़त
दिल्ली की 11 मुस्लिम बहुल विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने 7 सीटों पर बढ़त बनाई। हालांकि, विधानसभा चुनावों में यह बढ़त आप में तब्दील हो गई।
2025 चुनाव: क्या हैं नए समीकरण?
आप बनाम कांग्रेस: मुस्लिम वोट बैंक पर सीधी लड़ाई
मुस्लिम वोट बैंक आम तौर पर उस पार्टी के साथ जाता है जो बीजेपी को हराने की स्थिति में हो। 2020 में यह वोट बैंक पूरी तरह से आप के पक्ष में था। लेकिन 2025 में कांग्रेस और AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन) ने आप के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। AIMIM ने दिल्ली में 10 मुस्लिम उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है, जिससे वोटों का बंटवारा हो सकता है।
MCD चुनावों से मिले संकेत
2022 के एमसीडी चुनाव में कांग्रेस ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की, जिनमें से 7 मुस्लिम बहुल वार्ड थे। आप और बीजेपी ने भी मुस्लिम बहुल इलाकों में अच्छा प्रदर्शन किया। कुल 23 मुस्लिम बहुल वार्डों में से:
- आप: 9
- बीजेपी: 8
- कांग्रेस: 5
- निर्दलीय: 1
दिल्ली दंगों का असर
2020 के दिल्ली दंगों और आप नेताओं के बयानों के कारण मुस्लिम समुदाय के बीच आप की छवि पर असर पड़ा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या 2025 में मुस्लिम वोट बैंक फिर से कांग्रेस की ओर रुख करता है।

पार्टीवार मुस्लिम उम्मीदवारों की स्थिति
- आम आदमी पार्टी (AAP):
आप ने कुल 81 उम्मीदवारों की लिस्ट में 5 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। 2020 में भी आप ने 5 मुस्लिम उम्मीदवार दिए थे। - कांग्रेस (Congress):
कांग्रेस ने अब तक 47 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें 13% टिकट मुस्लिम उम्मीदवारों को दिए गए हैं। - बीजेपी (BJP):
बीजेपी ने अभी तक अपनी उम्मीदवार सूची जारी नहीं की है। - AIMIM:
AIMIM ने दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद से उम्मीदवार बनाया है और 10 मुस्लिम उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई है।
दिल्ली के 2025 विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक का रुख काफी हद तक चुनावी परिणामों को प्रभावित करेगा। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच इस वोट बैंक के लिए कड़ी टक्कर है। AIMIM की एंट्री ने इस मुकाबले को और रोचक बना दिया है। अब देखना यह होगा कि क्या कांग्रेस मुस्लिम वोटर्स को फिर से आकर्षित कर पाती है या आप अपनी पकड़ बनाए रखेगी।