2024 में आईपीओ: आर्थिक विकास, मजबूत बाजार स्थितियां और बेहतर नियामक ढांचे के कारण इस वर्ष आईपीओ बाजार में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। 2024 में 90 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए रिकॉर्ड 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह अनुमान है कि अगले साल भी आईपीओ के लिए स्थिति सकारात्मक रहेगी।
इस साल ने न केवल पब्लिक इश्यू लाने वाली कंपनियों के विश्वास को दिखाया है, बल्कि यह निवेशकों के भरोसे को भी उजागर करता है। निवेशकों ने न सिर्फ लिस्टिंग के दिन लाभ कमाया, बल्कि दीर्घकालिक निवेश के लिए भी कंपनियों की संभावनाओं पर विश्वास जताया है। 2024 का आईपीओ बाजार असाधारण साबित हुआ है। 2021 में 63 कंपनियों ने आईपीओ से 1.2 लाख करोड़ रुपये जुटाए थे, जो कि दो दशकों का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
देश का सबसे बड़ा आईपीओ इस साल इस साल देश का सबसे बड़ा आईपीओ हुंडई मोटर इंडिया द्वारा आया, जिसमें 27,870 करोड़ रुपये जुटाए गए। इसके बाद स्विगी (11,327 करोड़ रुपये), एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी (10,000 करोड़ रुपये), बजाज हाउसिंग फाइनेंस (6,560 करोड़ रुपये) और ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (6,145 करोड़ रुपये) का नंबर रहा। वहीं, विभोर स्टील ट्यूब्स का आईपीओ सबसे छोटा था, जिसका आकार 72 करोड़ रुपये था।
सालभर बड़ी, मझोली और छोटी कंपनियों ने आईपीओ के जरिए पूंजी जुटाई। 2024 में आईपीओ का औसत आकार बढ़कर 1,700 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि 2023 में यह 867 करोड़ रुपये था। प्राइमडाटाबेस.कॉम के आंकड़ों के अनुसार, इस साल छोटे और मझोले उद्योगों (एसएमई) के आईपीओ का बाजार भी तेजी से बढ़ा है। 2024 में 238 एसएमई कंपनियों ने कुल 8,700 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जबकि 2023 में ये आंकड़े 4,686 करोड़ रुपये थे।
दिसंबर में 15 आईपीओ इस साल के दिसंबर महीने में 15 आईपीओ आए हैं। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि नए साल में भी आईपीओ के जरिए पूंजी जुटाने की प्रक्रिया में तेजी बनी रहेगी। 2025 में आईपीओ के आंकड़े 2024 से भी अधिक हो सकते हैं।
इक्विरस के मैनेजिंग डायरेक्टर और इक्विटी कैपिटल मार्केट के प्रमुख, मुनीश अग्रवाल ने कहा, “इस समय 75 आईपीओ दस्तावेज मंजूरी के विभिन्न चरणों में हैं। इसके आधार पर हमारा अनुमान है कि 2025 में आईपीओ से कंपनियां 2.5 लाख करोड़ रुपये जुटा सकती हैं।”
इसके साथ ही, वोडाफोन आइडिया ने अपने फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) के जरिए 18,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। 2023 में 57 कंपनियों ने आईपीओ से 49,436 करोड़ रुपये जुटाए थे।
2025 में आने वाले आईपीओ अगले साल कुछ प्रमुख आईपीओ प्रस्तावित हैं, जिनमें एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का 12,500 करोड़ रुपये का आईपीओ, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का 15,000 करोड़ रुपये का आईपीओ और हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज का 9,950 करोड़ रुपये का आईपीओ शामिल है।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में 90 आईपीओ आए हैं, जिनके माध्यम से कुल 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। इसमें 23-24 दिसंबर को समाप्त होने वाले आठ आईपीओ भी शामिल हैं। इसके अलावा, यूनिमेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग का 500 करोड़ रुपये का आईपीओ 23 दिसंबर को खुलेगा।