फरीदाबाद को मिलेगा जाम से निजात: आगरा नहर रोड बनेगी फोरलेन, 50 हजार लोगों को होगा लाभ
फरीदाबाद। बीजेपी की सरकार उत्तर प्रदेश और हरियाणा दोनों जगह होने का लाभ अब शहर को मिल रहा है। फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) ने आगरा फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत सड़क चौड़ीकरण के लिए जमीन की मांग की थी, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है। खास बात यह है कि इस जमीन के लिए एफएमडीए को कोई भुगतान नहीं करना होगा। इस परियोजना से लगभग 50 हजार लोगों को लाभ मिलेगा, और इसके लिए 278 करोड़ रुपये की लागत निर्धारित की गई है।
नोएडा तक की यात्रा को सुगम बनाने के उद्देश्य से एफएमडीए ने आगरा नहर के किनारे सड़क को फोरलेन में तब्दील करने का प्रस्ताव तैयार किया है। यह प्रस्ताव बोर्ड की बैठक में पास कर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग को भेजा गया था। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। डीपीआर लगभग तैयार है, लेकिन दोनों विभागों के बीच एमओयू साइन होना अभी बाकी है।
फरीदाबाद से दिल्ली और नोएडा के बीच फिलहाल तीन मुख्य रास्ते हैं: दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग, बाईपास रोड डीएनडी-केएमपी लिंक रोड और आगरा नहर के साथ बनी दो लेन की सड़क। डीएनडी-केएमपी लिंक रोड का निर्माण कार्य चलने के कारण जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है, जिससे रूट डायवर्ट हो रहा है। वहीं, आगरा नहर की दो लेन वाली सड़क पर सुबह-शाम भारी जाम लगता है। वाहन चालकों को 10 मिनट का सफर तय करने में आधे से एक घंटे तक का समय लग जाता है। ऐसे में लोग जाम से बचने के लिए दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग का उपयोग करते हैं, जहां उन्हें जगह-जगह ट्रैफिक सिग्नल और जाम का सामना करना पड़ता है।
फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने शहरवासियों को इस समस्या से राहत देने के लिए आगरा नहर रोड को चौड़ा कर चार लेन बनाने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ ब्रजकिशोर के अनुसार, एमओयू पर हस्ताक्षर की प्रक्रिया अभी लंबित है। डीपीआर तैयार हो रही है, और सड़क चौड़ीकरण के लिए सिंचाई विभाग अपनी जमीन उपलब्ध कराएगा, जिसकी कीमत नहीं ली जाएगी।