अजमेर, 7 अक्टूबर। फोन टेपिंग मामला अब परवान चढ़ चुका है । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कभी भी तलब कर उनसे पूछताछ कर सकती है । इसके अलावा फोन टेपिंग से जुड़े अधिकारियों को भी बुलाया जाना अपेक्षित है ।
आपको ध्यान होगा कि सचिन पायलट के मानेसर जाने के वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर पायलट सहित कई अन्य विधायकों के फोन टेप किये गए थे । उस वक्त गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित बीजेपी पर आरोप लगाया था कि उनकी सरकार को गिराने के लिए बीजेपी द्वारा विधायको की खरीद फरोख्त की जा रही है ।
गहलोत के निर्देश की अनुपालना में गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने एक ऑडियो क्लिप मीडिया को जारी की थी । इस आडियो में गजेंद्र सिंह शेखावत और दिवंगत कांग्रेसी नेता भंवर लाल शर्मा की कथित आवाज थी । गजेंद्र सिंह ने इस ऑडियो और उनके फोन की टेपिंग को लेकर दिल्ली पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था । जिसकी जांच दिल्ली क्राइम ब्रांच के निरीक्षक अजय शर्मा कर रहे है । इससे पहले जांच की जिम्मेदारी सतीश मालिक के पास थी ।